সৃজনশীল শাখা
- 'প্ৰজ্ঞা অসম' কুইজ
- Advantage Assam
- Agriculture Department, Assam
- Animal Husbandry and Veterinary Department, Assam
- Assam Employment And Labour Department
- Assam Health And Family Welfare Department
- Assam Police
- Assam Power Distribution Company Limited
- Assam Science And Technology Department
- Assam Skill Development Mission (ASDM)
- Chief Minister Samagra Gramya Unnayan Yojana
- ক্ৰিয়েটিভ কৰ্ণাৰ
- Cultural Affairs Department, Assam
- Department of Education, Govt. of Assam
- Discover Assam
- Environment and Forests Department, Assam
- Finance Department, Assam
- Gyan Bharati
- Inspiring Assam
- Social Welfare Department
- Transport Department, Assam
- Yoga
- প্ৰাগজ্যোতিষৰ জিলিঙনি
এইবেলিৰ দীপান্বিতা আপুনি কেনেদৰে উদযাপন কৰিব?
Start Date: 23-10-2019
End Date: 20-11-2020
ভাৰতীয় ঐতিহ্য আাৰু পৰম্পৰাৰ এক গুৰুত্বপূৰ্ণ উৎসৱ হ’ল - দীপান্বিতা। ...
বিতং তথ্য গোপন কৰক
![](https://static.mygov.in/saas/s3fs-saas/assam/styles/large-image/public/mygov_1571840570170101.jpg)
Mandar Das 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
Keep yourself away in contributing to sound and air pollution.
Mandar Das 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
Avoid bursting of crackers.
Use organic colours for preparing Rangoli
Prasanta Purakayastha 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
We all should celebrate diwali without bursting crackers.clean environment and green environment should be our motto during diwali .we should use environment friendly items during festivals...I celebrated diwali without bursting a single cracker.thanks.
Bhawna 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
दीपावली का महत्व
यह रौशनी का त्यौहार है, जो अंधकार में रोशनी के रूप में विजय का प्रतीक है, यह भारत का एक मात्र ऐसा त्यौहार है, जो लगातार पांच दिन तक चलता रहता है, इस त्यौहार का इतना महत्व है, कि लोग घर में कोई भी नयी वस्तु खरीदनी होती है, उस समय धनतेरस की प्रतीक्षा की जाती है | दीपावली वास्तव में एक मिलन का त्यौहार है, जिसमे सभी लोग एक साथ एकत्रित होकर खुशियाँ मानते है | भारत में बहुत से लोग अपने घर से दूर रह कर जॉब करते है, इस दीपावली की शुभ अवसर पर वह सभी अपने घर आते है
Bhawna 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
कारण
हिन्दू महाकाव्य रामायण के अनुसार भगवान राम 14 वर्ष के पश्चात रावण का वध करके अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वापस अपने राज्य अयोध्या आये थे | भगवान राम के वापस आने की ख़ुशी में अयोध्यावासी अपने घर और राज्य को मिट्टी के बने दीपक से सजाया और उत्सव मनाया था | इसी कारण से प्रत्येक वर्ष इसी दिन को दीपावली के रूप में मनाया जाता है |
Bhawna 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
घर पर माता जी घर में रंगोली बनाती है, इसके अतिरिक्त वह नयी और आकर्षक मिठाईयॉ, नये व्यंजन जैसे गुँजिया, लड्डू, गुलाब जामुन, जलेबी, पेडे और अन्य तरह के व्यजंन बनाती है, जिसका पूरा परिवार आनंद लेता है |
Bhawna 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
दीपावली का त्यौहार मनाना
दीपावली वाले दिन शाम के समय लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाती है, इस पूजा के बाद परिवार के सभी सदस्य मिठाई और उपहार का आदान-प्रदान करते है, सभी लोग अपने बड़ों का आशीर्वाद लेते है, बच्चे पटाखे छुड़ाते है, पूरा आसमान आतिशबाजी से भर जाता है | पूजा के बाद सभी लोग पकवान का आनंद लेते है | सभी लोग एक दूसरे को दीपावली की शुभकानाएं तथा उपहार भेंट करते है |
Bhawna 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
दीपावली त्यौहार की अवधि
यह त्यौहार पाँच दिन का होता है (धनतेरस, नरक चतुर्दशी, अमावस्या, कार्तिक सुधा पधमी, यम द्वितीया या भाई दूज) धनतेरस दीपावली का प्रथम दिन है, इसमें घर के लिए नयी वस्तुओं को खरीदा जाता है तथा भाई दूज दीपावली का अंतिम दिन है, यह बहन और भाई का उत्सव है |
Bhawna 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
दीपावली की तैयारी
दीपावली की तैयारी हम एक महीने पहले से ही करने लगते है, इसके लिए हम पूरें घर में साफ़ -सफाई करते है तथा घर में रंग-रोगन का कार्य कराया जाता है, जिससे घर सुंदर और साफ़ दिखे |
Bhawna 5 বছৰ 3 হিচাপপূৰ্বে
दीपावली भारत का प्रमुख त्यौहार है | यह सम्पूर्ण विश्व में मुख्यतः हिन्दूओं और जैनियों द्वारा मनाया जाता है, इस दिन विभिन्न देशों जैसे तोबागो, सिंगापुर, सुरीनम, नेपाल, मारीशस, गुयाना, त्रिनद और श्री लंका, म्यांमार, मलेशिया और फिजी में राष्ट्रीय अवकाश होता है | इस त्यौहार में विविध रंगों के प्रयोग से रंगोली सजाई जाती है तथा प्रकाश से सम्पूर्ण घर को सजाया जाता है, तथा हिन्दू मान्यता के अनुसार लक्ष्मी गणेश की पूजा की जाती है | इस पेज पर दिवाली (दीपावली) का त्यौहार के विषय में सम्पूर्ण जानकरी प्रदान