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এইবেলিৰ দীপান্বিতা আপুনি কেনেদৰে উদযাপন কৰিব?

Start Date: 23-10-2019
End Date: 20-11-2020

ভাৰতীয় ঐতিহ্য আাৰু পৰম্পৰাৰ এক গুৰুত্বপূৰ্ণ উৎসৱ হ’ল - দীপান্বিতা। ...

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ভাৰতীয় ঐতিহ্য আাৰু পৰম্পৰাৰ এক গুৰুত্বপূৰ্ণ উৎসৱ হ’ল - দীপান্বিতা। বহু শতিকাজুৰি চলি অহা এই পোহৰৰ উৎসৱে দেশক দিয়ে এক অনন্য পৰিচয়। দেশৰ লগতে বিদেশৰো বহু প্ৰান্তত এই পোহৰ আৰু আনন্দৰ উৎসৱ উলহ মালহেৰে পালন কৰা হয়।

কিন্তু এই উৎসৱৰ লগতে সঘনাই চৰ্চিত হৈ থকা বিষয়টো হ’ল বায়ু আৰু শব্দ প্ৰদূষণৰ অত্যধিক মাত্ৰা। পৰিৱেশ প্ৰদূষণৰ দিশটোৰ প্ৰতি লক্ষ্য ৰাখি চৰকাৰে বিভিন্ন নীতি-নিৰ্দেশনা জাৰী কৰিছে যদিও ইয়াৰ প্ৰতি জন সচেতনতাৰ অভাৱ হোৱা পৰিলক্ষিত হয়। ইয়াৰ লগতে বিভিন্ন সময়ত দীপান্বিতাকে ধৰি অন্যান্য উৎসৱ পাৰ্বনত ফটকা ফুটুৱা আৰু পৰিৱেশ প্ৰদূষণৰ দিশটোক লৈ বিভিন্ন বিতৰ্কৰ সূচনা হোৱা দেখা যায়। এই ক্ষেত্ৰত আপোনাৰ অনুভৱ কেনে? এইবাৰৰ দীপান্বিতা আপুনি কেনেদৰে উদযাপন কৰাৰ পৰিকল্পনা কৰিছে? আপোনাৰ অনুভৱ আমালৈ প্ৰেৰণ কৰিব পাৰে তলত মন্তব্য আকাৰে।

আপোনাকে ধৰি পৰিয়ালৰ সকলোলৈকে দীপান্বিতাৰ আন্তৰিক শুভকামনা যাঁচিলো।

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38 তথ্য পোৱা গ’ল

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

गर्भपात का खतरा
दीवाली के समय पटाखे जलाने पर खतरनाक कार्बन डाइ ऑक्साइड गैस सांस में घुलकर गर्भवती स्त्री के गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचाते हैं जिससे गर्भपात तक होने का खतरा रहता है।

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

बहरापन
कई बार तेज धमाकों के पटाखों की वजह से कान के पर्दे तक फट जाते हैं। जिनसे बहरापन होने का खतरा रहता है।

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

आंखों की समस्या
दिवाली के पटाखों से होने वाले प्रदूषण से ऐसे जहरीले कण निकलते हैं जिनकी वजह से आंखों में जलन और पानी निकलने की समस्या हो जाती है। इनसे बचने के लिए आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारते रहने चाहिए।

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

फेफड़ों का कैंसर
पटाखों में मौजूद पोटैशियम क्लोरेट तेज रोशनी पैदा करते हैं जिसकी वजह से हवा जहरीली हो जाती है और फेफड़ों से जुड़ी परेशानी घेर लेती है

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

सांस की बीमारियां
पटाखों को बनाने में गन पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है जिसकी वजह से हवा में सल्फर डाई ऑक्साइड फैलती है। जिसके कारण वायु प्रदूषण फैलता है और दमा के रोगियों के लिए जहर का काम करता है।

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

सुबह की हल्की धूप में योग और मेडिटेशन करें ताकि मन शांत रहें और घबराहट न महसूस करें। इसके साथ ही भूखे पेट न रहें और ऐसी चीजों को खाएं जो शरीर को गर्म रखे

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

दिवाली से पहले ही अपने डॉक्टर से सलाह कर लें कि अगर इमरजेंसी में कोई परेशानी आ जाए तो उससे कैसे निपटे।

Bhawna 6 বছৰ 1 monthপূৰ্বে

इस बात का खास ख्याल रखें कि शाम के समय जब लोग ज्यादा से ज्यादा पटाखें जलाते हैं तो घर से बाहर न निकलें। क्योंकि उस समय धूल और धुआं सबसे ज्यादा मात्रा में फैलता है। या फिर अगर घर से बाहर जाना ही है तो मास्क पहन कर निकलें।